मत डाल आग मे घी, शोला ये दहक जायेगा!
खौल उठि छाति जिस दिन , जवालामुखि ये भडक जायेगा!!
दुम दबाकर , जान बचा कर फिर भाग्ता तु नजर आयेगा!
सुअर कि मौत मारेगा तुझे, कुते की तरह तुझे तड्पायेगा!!
शान्त ह शान्त इसे तु रह्ने दे
अमन से जि रहा ह अमन से इसे जिने दे
छोड अमन, तल्वार जिस दिन उठ जायेगी
तु तो क्या पर्छाइ भी तेरि कहिन नजर नही आएगी
कभी कश्मीर कभी यु.पी. कभि आसाम
लगा ले चाहे अपना तु जोर तमाम
ना कभी मिटा ह ना कभी मिटेगा
खवाब तेरा ये ख्वाब ही रह जायेगा
जब जाग उठेगा ये शेर हीन्दू दहाड अपनी तुझे ऐसी सुनायेगा
मा भारती की इस पावन धरा से नामो निशान तेरा मिट जायेगा…..
मत डाल आग मे घी, शोला ये दहक जायेगा
सुअर कि मौत मारेगा, तुझको, कुत्ते कि तरह तुझे तड्पायेगा..
मत डाल आग मे घी, शोला ये दहक जायेगा
जय हिन्द, जय हिन्दू, जय श्री राम
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