Monday, April 24, 2017

वरिष्ठ नेता बच्चा पाठक का निधन

शेर ए बलिया, गरीबों के मसीहा जैसे उपनामों से विभूषित पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बच्चा पाठक का निधन वाराणसी के गैलेक्सी हॉस्पिटल में रविवार की शाम 5 बजे के करीब हो गया. 93 की उम्र पार कर चुके बच्चा पाठक का राजनीतिक सफर रेवती ब्लाक के प्रमुख बनने के बाद 1966 से प्रारम्भ हुआ था. प्रदेश में पाठक को वरिष्ठ कांग्रेसी के रूप में जाना जाता रहा है. पचास वर्षों से भी अधिक दिनों की राजनीतिक यात्रा में पूर्व मंत्री सात बार विधायक रहे.
1967 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने बांसडीह विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ कर प्रदेश की राजनीति में कदम रखा, किन्तु वे चुनाव हार गए. पुनः 1969 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े एवं जीत हासिल किए. तब से पाठक पीछे मुड़ कर नहीं देखे. 71, 74, 77 एवं 80 में उन्होंने लगातार जीत दर्ज कर बांसडीह विधान सभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किए. 1984 में किन्हीं कारण से उन्हें कांग्रेस से टिकट नहीं मिल सका. 1989 में कांग्रेस से फिर चुनाव लड़े, किन्तु असफल रहे. पुनः बांसडीह से 91 एवं 96 में वो  लगातार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते.
कहा जा सकता है कि एक विधानसभा से एवं एक ही पार्टी से सात बार विधायक बनने का रिकार्ड जनपद में बच्चा पाठक के नाम है. श्री पाठक उत्तर प्रदेश सरकार में दो बार कैबिनेट मंत्री रहे एवं कांग्रेस में वरिष्ठ सांगठनिक पदों पर रह कर दायित्वों का बखूबी निर्वहन किए. 1977 की जनता पार्टी की लहर में जब कांग्रेस का लगभग सफाया हो चुका था, उस वर्ष का चुनाव जीत कर पाठक काफी चर्चित रहे. तभी से कांग्रेस जनों ने उन्हें शेरे बलिया कह कर पुकारना शुरू किया. बच्चा पाठक चार इंटर कॉलेजों के प्रबंधक एवं एक महाविद्यालय के संस्थापक रहे हैं.
उनके भतीजे अशोक पाठक ने बताया कि पूर्व मंत्री का पार्थिव शरीर पैतृक आवास खानपुर में देर रात पहुंचेगा. सुबह जनता दर्शन के बाद दोपहर के बाद उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी. पचरुखिया गंगा तट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
बांसडीह विधानसभा क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पाठक जी की मौत से पूरा प्रदेश दुःखी है. ईश्वर दिवंगत को आत्मिक शांति प्रदान करें. बीते चुनाव में पाठक जी का योगदान कभी भूला नहीं जा सकता – रामगोविंद चौधरी (उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष), बलिया लाइव प्रतिनिधि रविशंकर पांडेय से बातचीत में.

पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बच्चा पाठक का निधन वाराणसी के गैलेक्सी हॉस्पिटल में.


 
 पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बच्चा पाठक का निधन वाराणसी के गैलेक्सी हॉस्पिटल में रविवार की शाम 5,30 बजे के करीब हो गया। इन्हें शेरे बलिया के नाम से भी जाना जाता था। 89 वर्ष की उम्र पार कर चुके श्री पाठक का राजनैतिक सफर बलिया जिले के रेवती ब्लाक के प्रमुख बनने के बाद 1966 से प्रारम्भ हुआ था।

प्रदेश में उनको वरिष्ठ कांग्रेसी के रूप में जाना जाता था। 50 वर्षों से भी ज्यादा की  राजनीतिक यात्रा में पूर्व मंत्री सात बार विधायक रहे। बच्चा पाठक उत्तर प्रदेश सरकार में दो बार काबीना मंत्री रहे एवं कांग्रेस संगठन के वरिष्ठ पदों पर रह कर दायित्वों का बखूबी निर्वाहन किये।

1967 में पहली  बार कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने बांसडीह विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड कर प्रदेश की राजनीति में कदम रखा किन्तु वे चुनाव हार गए।1967 में कांग्रेस ने उन्हें बांसडीह से टिकट दिया। किन्तु वे चुनाव हार गए।

पुन: 1969 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े एवं जीत हासिल किया। तब से श्री पाठक पीछे मुड़ कर नहीं देखे। विधानसभा चुनाव 1971,1974,1977 एवं 1980 में उन्होंने लगातार जीत दर्ज कर बांसडीह का नेतृत्व किया। 1984 में किन्ही कारण से उन्हें कांग्रेस से टिकट नहीं मिल सका। 1989 में कांग्रेस से चुनाव लड़े किन्तु असफल रहे।

पुन:बांसडीह से 1991 एवं 1996 में वो  लगातार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते। कहा जा सकता है कि एक ही विधानसभा से एवं एक ही पार्टी से सात बार विधायक बनने का रिकार्ड बलिया  में बच्चा पाठक के नाम है।

1977 की जनता पार्टी की लहर में जब कांग्रेस का लगभग सफाया हो चुका था उस वर्ष का चुनाव जीत कर काफी चर्चित रहे। तभी से कांग्रेस जनों ने उन्हें शेरे बलिया कह कर पुकारना शुरू किया।

पूर्व मंत्री के भ्रातृज अशोक पाठक ने बताया कि पूर्व मंत्री का पार्थिव शरीर खानपुर में सोमवार सुबह जनता दर्शन के बाद दोपहर के बाद उनकी शव यात्रा निकाली जाएगी। पचरुखिया गंगा तट पर अंतिम संस्कार किया जायेगा।