Sunday, March 3, 2013

मनमोहन सरकार है !

मनमोहन सरकार है !

पेड़ों पर पैसे उगते हैं ,
सौदे की बातें करते हैं ,
घोटालों की भरमार है ,
घोटाला खुद सरकार है ,
देख हमें सब पता है ,
खुद हमारी सब खता है ,
गधों की जयकार है,
शेर आज लाचार है ,
तुम्हारी मेहनत बेकार है ,
यह मनमोहन सरकार है !!=====

जनता का पोस्टमार्दम होगा,
जब भारत का नया माडल होगा ,
हर घोटाले का अधिकार होगा ,
लोकतंत्र को भी स्वीकार होगा ,
हर कोई पूर्ण स्वतंत्र होगा,
भारत पूर्ण भ्रष्टतंत्र होगा ,
लुट रही जनता लाचार है ,
लूट रही मनमोहन सरकार है ,
लुटेरी सरकार है ,लूट का व्यापार है ,
भारत सदियों से गाँधी का ससुराल है ,
करती जनता पर अत्याचार है ,
हर कदम पर भ्रष्टाचार है ,
भ्रष्टाचार भारत का त्यौहार है ,
मर रही सभ्यता संस्कार है ,
स्वार्थ का बढ़ता सरोकार है ,
यह मनमोहन सरकार है !!===============

अब महलों में खेती होगी ,
खेतों में फैक्ट्री विदेशी होगी ,
हमारी रोटी भी निवेशी होगी ,
बस खून स्वदेशी होगी ,
सत्ता पूरी विदेशी होगी ,
करो इंतजार भारत दुर्दशा का ,
सरकार की पावन मनोदशा का ,
यह मनमोहन सरकार है !!============

जनता लाचार है जो बेकार है ,
अब पेट पर होता अत्याचार है ,
मर गया भारत में प्यार है ,
अब भारत एक बाजार है ,
गरीब मजबूर जातिगत मतदाता है 
आज भ्रष्टाचारी अन्नदाता है ,
शहीदों की पुकार है ,
तुम जिन्दा हो और तुम्हारा भारत 
चंद मुट्ठी भर गुडों से लाचार है,
यह कैसा मनमोहन सरकार है ???

यह कविता क्यों ???भारत के उलझे हुए इतिहास पटल पर मनमोहन सरकार सबसे बड़े हत्यारे लुटेरी सरकार के रूप में आई जिसने हर तरह भारत को लूट कर बर्बाद किया और आगे भी करेगा क्योंकि भारत अपनों से ज्यादा बर्बाद है ! गैरों में इतना दम ही कहाँ है जो विश्वगुरु भारत के सामने ठीक से खड़े भी हो जाएँ ,,जागो भारत फिर एक बार .....वन्देमातरम

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