मनमोहन
जी कोयला
खा गये ,लालू खा गये चारा !!
सारे जहाँ
से अच्छा
,लोकतंत्र हमारा
!!!
घोटाले के रेलमंत्री कहते ,भांजा नही हमारा !!
महगाई की मार से रोता
,आम आदमी
सारा !!!
सज्जन
कुमार को बरी करके ,कहते
है निर्दोष
बेचारा !!
भारत को लूटने के चक्कर
मे ,राहुल
रहा कुवारा
!!!
फोन काल अब सस्ती हो गयी, दाल का चढ गया पारा !!
घोटालो पे घोटाला करके, कहते
दोष नही हमारा !!!
राजा
खा गये टॉवर, बंसल खा गये रेल !!
कॉँग्रेस के मंत्रियो का ऐसा ही है खेल !!!
जात पात के चक्कर
का है ,वोट बैंक ये सारा !!
हिन्दु
मुस्लिम के चक्कर मे ,हर हिंदुस्तानी हारा
!!!
राजनीति
के चक्कर
मे ,शहीद
हुआ सरबजीत
बेचारा !!
आईपीएल की धूम मची है ,काम छोड गये सारा !!!
नेता
जी यह देख रहे है ,किसने छक्का मारा
!!
चारो तरफ लूट मची है ,देश बेच गये सारा !!!
वो कहते 28 रुपये वाला
नही गरीब,मिलता है यहा 5 रुपये मे खाना!!
कॉँग्रेस कि सरकार से,हर हिंदुस्तानी हारा
!!!
एक हम ही पागल है जो दिनभर इनके पोल खोले ,बाकी साले हमसे भी बडे पागल है जो पढ कर भी बिना कॉमेंट,शेयर किये आगे निकले !!!
सारे जहाँ से अच्छा लोकतंत्र हमारा ...!!!!!!!
एक हम ही पागल है जो दिनभर इनके पोल खोले ,बाकी साले हमसे भी बडे पागल है जो पढ कर भी बिना कॉमेंट,शेयर किये आगे निकले !!!
सारे जहाँ से अच्छा लोकतंत्र हमारा ...!!!!!!!
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