कौन
है नरेंद्र मोदी ।
मैं नरेंद्र मोदी की तारीफ नहीं करूंगा लेकिन उनके
अच्छे काम जो उन्होने किए हैं वो आप के सामने ज़रूर रखूँगा और आप बताइएगा कि मोदी
अच्छा इंसान है या नहीं अगर मोदी अच्छा इंसान है तो फिर उसको देश का
प्रधानमंत्री बनने का अधिकार है या नहीं और क्या आप मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के
लिए अपना सहयोग देंगे ।
मैं कभी मोदी जी से नहीं मिला लेकिन मोदी जी के बारे
में जानने कि बहुत उत्सुक्ता थी मेरे मन मैं इसलिए मेने उनके बारे मे जाना
और ये लेख लिखा कि कौन है मोदी और क्यौं देश को चाहिए मोदी इसलिए मैं
मोदी के राजनीतिक सफर से परिवार और उनके स्वयंसेवक होने से उनके मुख्यमंत्री पद तक
के सफर को बहुत आसान भाषा मे, आप के सामने
रखने जा रहा हूँ , और
अंत मेँ ये बताऊंगा कि क्यौं चाहिए हमे मोदी देश के प्रधानमंत्री के रूप मे ।
एक
शेर से शुरवाद करना चाहूँगा मोदी के सफर्नमे की
किसकी
मिजाल जो छेड़े दिलेर को
गर्दिश
मे घेर लेते हैं गीदड़ भी
शेर
को ।
ये
मोदी जी पर बिलकुल सही बेठता है
बचपन से ही बड़ी सोच रखने वाले मोदी जी का बचपन
नरेंद्र दामोदर दास मोदी अपने घर मे एक होनहार बच्चा
था पिता की 6 संतानों मे मोदी का नंबर 3 था मोदी जो हर काम मे हुशियार था
बचपन से ही राष्ट्रभक्त था ।
दिवाली वाला दिन सन 1958 एक छोटा सा बच्चा
कार्यकर्ता के रूप मे आरएसएस मे शामिल हुआ जिसका नाम था नरेंद्र मोदी
पिता का नाम दामोदर दास मूल चंद मोदी , माता का नाम हिराबेन
घांची जाती॰ शहर वदनगर, गुजरात ।
बचपन मे ही नरेंद्र होनहार बच्चे थे स्कूल मे हर
प्रोगराम मे हिस्सा लेते थे देशभक्त इतने की सन्यास ले लिया और राष्ट्र की सेवा के
लिए भारत पाक की जंग मे वोलंटियर भर्ती हो गए और रेल्वे स्टेशन पर आर्मी वालों का
सामान ले जाने मे मदद की, और जो हो सका वो
किया और तो और बचपन मे घर छोड़ भाग गए हिमालये, और
2 साल बाद आए । अपने घर वालों की सहायता के लिए अपने भाई के साथ रेल्वे स्टेशन पे
चाये बेचते थे और साथ साथ मे अपनी पढ़ाई भी करते थे रेल्वे के इसपार चाये बेचते थे
और स्कूल की घंटी बजने पे प्लैटफ़ार्म क्रॉस कर के स्कूल भी चले जाते थे । मोदी जी
ने राजनीतिक विज्ञान मे मास्टर डिग्री की है ।
अनुशासन और समय के पूरी तरह से पालन करने वाले हैं
नरेंद्र मोदी
एक बार की बात है श्री मोहन भागवत जी जो अब के संघ
प्रमुख हैं
ये बिना निक्कर लगाए शाखा मे आ गए तो मोदी जी उस वक्त
संग के कार्यकर्ता थे तो मोदी जी ने मोहन भगवत को बाहर निकाल दिया शाखा से और कहा
जाइए पहले निक्कर पहन के आइये इसलिए मोदी जी को अनुशासन का पक्का माना जाता
है ।
मोदी जी पर ये आरोप भी लगाया जाता है की ये शादी शुदा
हैं।
जसोदाबेन चिमनलाल जी अपने आप को
मोदी जी की पत्नी मानती हैं और कहती हैं । मोदी जी के माता पिता ने इनकी शादी
अपने रीति रिवाज के अनुसार 13 वर्ष की आयु मे ही कर दी थी जिसमे शादी
3 चरणों मे होती है लेकिन हमारी एक ही हुई थी दूसरी नहीं हो पायी क्यूंकी वो
समाजसेवा करना चाहते थे वो आरएसएस की तरफ चले गए थे और बाद मे
में भी समाज सेवा मे जुट गई और आज मे भी समाज सेवा करती हूँ
अच्छा है वरना दोनों को टाइम नहीं मिलता में एक टीचर हूँ और आज भी सिंगल हूँ
मेने भी आज तक शादी नहीं की है । जो भी है अच्छा है वो भी समाज सेवा करते हैं
में भी समाजसेवा करती हूँ । ये जो जानकारी मेने आप के सामने राखी है में
नहीं जनता की ये सच है या झूठ ये मेने इंटरनेट से ली है
इस्बात की पुष्टि मोदी जी ही कर सकते हैं ।
अब बात मोदी जी की राजनीतिक पारी की
नरेंद्र उर्फ स्ट्रेटजी कहें तो कुछ गलत नहीं होगा ।
मेरे अपने मानने मे नरेंद्र मोदी और प्रणव मुखर्जी ये
दोनों आदमी
आदमी नहीं मिस्टर स्ट्रेटजी हैं । आंकड़ो का गणित और
क्या कहाँ कहना है और कब कहना है ये शायद भारत के इतिहास मे इन दोनों के अलावा कोई
नहीं जानता । मेरा संधर्ब आज के भारत से है ।
कब सुर्खियों मे आना है और किस शब्द से पूरी बाज़ी
अपने पाले मे
पलट लेनी है ये इन दो शक्स से बेहतर कोई नहीं जानता
अभी बात सिर्फ मोदी की चल रही है इसलिए मोदी जी पर ही आएंगे
मेरा एक और लेख है MR. Strategy Modi or mukherjee
मोदी जी के लिए फिर से एक शेर कहना चाहूँगा ।
लोगों का नाम उनके अच्छे काम से होता है ।
लेकिन मोदी का नाम हर काम से होता है ।
क्यूंकी मोदी के लिए हर काम इंतकाम होता है ।
इसलिए मोदी का बदनाम होकर भी नाम
होता है ।
मोदी जी का राजनीतिक सफर शुरू हुआ सन 1987 तभी मेरा
जनम भी हुआ था एक वर्ष के अंदर अंदर मोदी जी गुजरात के जर्नल सेकेटरी बन गए उसके
बाद नरेंद्र मोदी ने कभी पीछे मूड के नहीं देखा सन 1995 मे मोदी जी नेशनल
सेक्रेटरी बनाए गए और उन्हे 5 प्रमुख राज्यों का प्रभार सोमपा गया और उसके बाद वो
वक्ता आया जो शायद मोदी जी ने भी नहीं सोचा था गुजरात का मुख्यमंत्री बनने का लेकिन
उसके एक साल बाद ही मोदी को इस्तीफा देना पड़ा गुजरात दंगो की
वजह से लेकिन मोदी
ने हिम्मत न हरी
और लाइन ऑर्डर सुधारा
और चल पड़ा गुजरात
के विकास की और
लेकिन उस परेशानी से अभी
अभी पीछा छूटा ही
था की एक नई
परेशानी आ गई जिसने गुजरात को फिर से उसी मुकाम पर ला दिया जहां
गुजरात कुछ साल पीछे था, लेकिन नरेंद्र मोदी के साहस ने उस
से भी पार पाया और वो कर दिखाया जो काबिले तारीफ था 500 दिन के अंदर 876618 घर बना कर विश्व रिकॉर्ड बना डाला , और
उसके बाद भूत को पीछे मूड कर न देखा और ना भविष्य की चिन्ता की सिर्फ वर्तमान मे
काम किया और गुजरात को भारत का सबसे विक्सित राज्य बना दिया ।
बाकी राज्यों की तरह
गुजरात को घोटालों से दूर ही रखा और गरीबों की मदद की बिजली पानी की परेशानी को
दूर भगाया युवाओं को रोजगार दिया , ना की up और बिहार की तरह लोगों को घर छोड़ कर जाने के लिए मजबूर होना
पड़ा ,गुजरात के युवा
को गुजरात मे काम दिया और देश के बाकी युवाओं को भी गुजरात आने का
आमंत्रण दिया ।
मोदी ने धर्म की राजनीति से बचकर रहने की कोशिश की लेकिन फिर भी मीडिया और
विपक्षी पार्टियों ने मोदी को धर्म के नाम पर बदनाम किया लेकिन वो बदनामी भी मोदी
को नाम दे गई और मोदी को एक मज़बूत नेता बना गई और मोदी गुजरात से देश फेमस
हो गया शायद ये दाग न लगते मोदी पर तो देश मोदी के विकास को देख ना पाता। इसलिए
मुझे वो विज्ञापन याद आ रहा है टेलीविज़न का की दाग अच्छे होते हैं ।
शायद ये बदनामी रास आगयी कांग्रेस पार्टी की जो मोदी को जितना बदनाम
किया उतना मोदी का नाम हो गया और मोदी देश के सामने आ गया वरना भाजपा मे इतने बड़े
लेवेल के नेताओं मे जगह बनाना मुश्किल था लेकिन मोदी तो किस्मत लेकर आए थे और
कॉंग्रेस के यमराज बन कर आए थे जो अकेले ही पूरी कॉंग्रेस पार्टी पर भारी
हैं मोदी एक राजनेता ही नहीं बहुत अच्छे लेखक और
कवि भी हैं उन्होने किताबें भी लिखी हैं जिनका चर्चा मैं
आखिर में करूंगा।
मोदी ने जब विकास किया तो एक से एक बेहतर योजनाओ का
निर्माण किया जिनमे पंचामृत योजना ,सुजलाम सफलम ,कृषि महोत्सव , चिरंजीवी योजना , मातृ वंदना , बेटी बचाओ ,ज्योति ग्राम योजना , कर्मयोगी
अभियान ,कन्या केलावनी योजना , बाल भोग योजना ये वो योजनाएँ थी जो नरेंद्र मोदी ने बनाई और गुजरात
की परेशानियों को सुलझाया जो अपने आप मे काबिले तारीफ थी|
राजनीतिक शास्त्र में गांधी जी ने एक बात कही
थी ।
Peoples
are roots and states are fruits ।
नरेंद्र मोदी ने इसका बहुत सही ढंग से प्रयोग किया और
जनता की नब्ज़ को टटोला और जनता ने चाहा वेसा ही किया ॰ मोदी ये अच्छी तरह जनता थे
की जब तक आप जनता को समझा नहीं सकते और जनता का साथ आप के साथ पूरा नहीं तब तक आप
बेहतर स्टेट नहीं बना सकते । इसलिए मोदी ने कभी जात पात की बात नहीं की और धर्म की
राजनीति भी नहीं की बहुत सारे लोग मोदी पर आरोप लगाते हैं की मोदी communal है लेकिन मैं इस बात को नकारता हूँ
। यदि ये बात होती तो गुजरात के विकास मे आ रहे मंदिर मोदी कभी न तुड़वाता जिसके
कारन मोदी को वीएचपी का विरोध तक झेलना पड़ा था । यदि मोदी communal होता तो आसाराम बापू के
खिलाफ कभी कारवाई न करता आसाराम से कभी पंगा मोल न लेता लेकिन फिर भी मोदी को communal कहा जाता है । क्यूंकी उसके गुजरात
मे मुसलमान दंगे मे मारे गए थे इसलिए मोदी communal है ये तर्क मुझे कुछ वाजिब नहीं
लगता ।
मोदी ने गुजरात का विकास किया है तो उसमे सभी जाती
सभी मजहब को समान अधिकार हैं । आज जो गुजरात मोदी ने बनाया है उसमे शांति है ।
मोदी को कुछ लोग डिक्टेटर कहते हैं , मेरा
मानना है की एक राजा के अंदर डिक्टेटरशिप भी होनी चाहिए कुछ एसे मुद्दे होते हैं
जहां आप को आगे बड़ कर कदम बड़ाना होता है जो शायद कभी बहुत बड़ा नुकसान भी देते हैं
लेकिन कभी कभी आप को वो बहुत बड़ा मुकाम दे जाते हैं । जिसके कुछ उदाहरण आप को दे
रहा हूँ जिसकी वजह से मोदी कुछ खास हो गए ।
1) दंगे होने के तुरंत बाद APJ अब्दुल कलाम के साथ हर उस
जगह जाना जहां पे दंगे हुए ।
2) भाजपा के बड़े लेवेल के नेताओं के बिना 2007 का
चुनाव लड़ना और पूर्ण बहुमत ले कर विजय होना ।
3 ) टाटा का सिंगूर प्लांट गुजरात मे लाना ।
4 ) सदभावना उपवास ।
5 ) भाजपा में अपनी ताकत बना कर रखना संजय जोशी तक
को इस्तीफा दिलवा देना ।
6 ) बात वहीं करनी जो मीडिया को खुद बतानी वरना कोई
भी पत्रकार कितना भी कर ले मोदी से कुछ भी नहीं बुलवा सकता ।
7 ) अपने खेमे मैं भाजपा के कार्यकर्ताओं को जोड़ के
टीम मोदी बनाना ।
8 ) विकास के साथ साथ धर्म को भी पूरी तरह मानना और
हिन्दू लोगों को संदेश देना की मोदी ने टोपी नहीं पहनी ।
9 ) गुजरात को business हब बनाना और
बड़े उद्योगपतियों को अपनी तरफ आकर्षित करना ।
10 ) सबसे खास युवाओं को अपनी भाषण से मंत्रमुग्ध कर
देना
जहां मोदी खड़ा हो जाए वहाँ भीड़ हो जाए । विकास कि
धर्म की
और देश की बात सब करनी। एक दंगे के आरोप को छोड़ दिया
जाए तो मोदी जी का जीवन निष्कलंक रहा है ।
मुख्यमंत्री होने के बावजूद भी अपने परिवार को अपने
साथ ना रखना
अपने पुश्तेनी घर मे रखना और अपने पद का फाइदा कभी भी
अपने परिवार को न पहुंचाना जो मोदी को मजबूत बनाते हैं
एक भी भ्रष्टाचार का आरोप अपने निजी जीवन में न होना
मोदी जी को सब से अलग और खास बनाता हैं ।
इसलिए मेरा मानना है कि मोदी वो श्क्स है जिसके अंदर
निर्णय लेने कि काबिलियत और क्षमता है । जिसने गुजरात का विकास कर के एक
उदाहरण सब के सामने रखा है , जिसने
प्रमाण किया है कि वो सिर्फ ओरल लीडर नहीं है वो एक मॉरल लीडर है । गुजरात कि
ज़रूरत क्या है और उसे केसे पूरा करना है ये मोदी ने कर के दिखाया है । इसलिए हम सब
लोगों को एक एसा नेता चाहिए जो सिर्फ भाषण न दे काम करे और बिना डरे काम करे
राष्ट्र हित मे कम करे , ये
खूबी नरेंद्र मोदी के अंदर है जो कभी भी मायावती या मुलायम कि तरह जाती कि राजनीति
नहीं कि लालू पासवान कि तरह मुसलिमप्रसती नहीं कि और ना ही बाकी राजेताओं
कि तरह अपार संपत्ति इकट्ठा की । मोदी एक ब्रह्मचारी आदमी हैं न की अटल जी
की तरह फल खाये हुए आदमी । जिनहे कोई भी लालच नहीं ना कोई संतान की उसके लिए
पैसे जोड़ने हैं । फिर हमे इस आदमी को देश का प्रधानमंत्री बनाने मे क्या हर्ज़ होना
चाहिए ।
यदि आप मोदी को प्रदानमंत्री बनाना चाहते हैं तो इसबर
वोट सिर्फ एक बात सोच कर दें की ना कोई ज़ात है ना मजहब सिर्फ देश है और देश बचना
है तो मोदी है ।
लेकिन मोदी जी के लिए भी बहुत चुन्नोतिया हैं मेरे
लेख का अगला भाग क्या है नरेंद्र मोदी 2014 के चुनाव के बाद मे मैं लिखुंगा ।
अभी फिलहाल मे मोदी को भाजपा के उन नेताओं से बचकर
रहने की ज़रूरत है । जो मोदी को हराने के लिए कुछ भी कर सकते हैं ॰ वरना मिशन खत्म
हो जाएगा । वेसे तो मोदी बहुत चतुर और ज्ञानी पुरुष हैं लेकिन समय उसी का साथ देता
है जो सही वक्त पर सही काम करता है ।
मेरी तरफ से 2014 के लिए मोदी जी को बेस्ट ऑफ लक ।